पंजाब डेस्कः हिंदू समुदाय में दिवाली का बहुत महत्व है। देश-भर में लोग इसे बेहद उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाते हैं। लेकिन इस बार लोगों में एक ही असमंजस है कि दिवाली आज यानी की 31 अक्टूबर को हैं यां कल 1 नवंबर को? अगर आप भी दिवाली की मनाने की तारीख को लेकर कन्फयूजन में हैं तो आईए, एक नजर डालते हैं पंडितों की खास राय परः-
पंडितों के अनुसार दिवाली की पूजा प्रदोष काल में की जाती है। इस बार कार्तिक माह की अमावस्या की तिथि 31 अक्टूबर दोपहर 3 बजकर 52 मिनट पर शुरू हो रही है, जो 1 नवंबर को सायंकाल 6 बजकर 16 मिनट पर समापन होगी। इसके मद्देनजर अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर को पूरी रात रहेगी। हालांकि कुछ पंडित 1 नवंबर को दिवाली पूजा की बात कर रहे हैं। क्योंकि दिवाली पर व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में दिन में पूजा होती है,ये पूजा महानिशीथ काल की पूजा कही जाती है।
ऐसे में उन्होंने फैसला किया कि दिवाली का पर्व एक नवंबर को ही मनाना चाहिए। ऐसे में लोगों को Confuse होने की जरूरत नहीं क्योंकि आप 2 दिन भी भगवान की पूजा अर्चना कर सकते हैं, इस बात पर कोई संशय नहीं रखना चाहिए की दिवाली कब मनाएं। 2 दिन घरों में दीपमाला व मां लक्ष्मी की पूजा करने में कोई संशय नहीं होना चाहिए। क्योंकि भगवान का नाम और उनकी पूजा करना किसी शुभ मुहूर्त और तिथियों को मायने नहीं रखता।