29 अक्टूबर 2024 (हिसार): हिसार की अंशिका ने राजस्थान ज्यूडिशियल सर्विसेज परीक्षा में सफलता हासिल कर 13वीं रैंक पाई है। पहली ही कोशिश में परीक्षा पास करने के बाद उनके घर में जश्न का माहौल है, और परिवारजन एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दे रहे हैं। अंशिका ने बताया कि जज बनने का सपना उन्होंने बचपन से ही देखा था, और उनकी इस कामयाबी से माता-पिता बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सफलता में माता-पिता का सबसे बड़ा योगदान रहा है।
तैयारी के दौरान सोशल मीडिया से बनाई दूरी
अंशिका ने बताया कि उन्होंने 12वीं कक्षा में 99% अंक हासिल किए थे और फिर बीए एलएलबी की पढ़ाई में कॉलेज टॉपर रहीं। ज्यूडिशियल सर्विसेज के लिए उन्होंने योजनाबद्ध तरीके से तैयारी की और परीक्षा की तैयारी के दौरान सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखी। दोस्तों से भी सीमित मुलाकात की ताकि ध्यान भंग न हो। थकान से बचने के लिए वे समाचार पत्र पढ़ती थीं, संगीत सुनती थीं, और परिवार के साथ समय बिताना पसंद करती थीं। अंशिका ने कहा कि कानून में करियर बनाना गर्व की बात है, और उन्होंने लड़कियों को यह संदेश दिया कि हर लड़की को कानून की बुनियादी जानकारी अवश्य रखनी चाहिए। पूरी निष्ठा और समर्पण से पढ़ाई करने पर सफलता निश्चित मिलती है।
अच्छी शिक्षा सबसे बड़ी संपत्ति
अंशिका के माता-पिता ने अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर गर्व जताते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा उसे आगे बढ़ाने में पूरा सहयोग दिया। पिता सतीश का मानना है कि माता-पिता को बच्चों के लिए बड़ी संपत्ति छोड़ने की बजाय अच्छी शिक्षा देना चाहिए। माँ मीनू ने बताया कि उन्होंने बचपन से ही अंशिका को प्रेरित किया कि वह जज बने, और अंशिका ने कड़ी मेहनत करके इस सपने को सच कर दिखाया। उन्होंने बताया कि दो साल की कोचिंग के पहले ही साल में अंशिका ने परीक्षा पास कर ली। माता-पिता को हमेशा उनकी बेटी की मेहनत पर भरोसा था, और आज उनकी यह मेहनत रंग लाई है।
