25 अक्टूबर 2024 (लुधियाना): पंजाब की अनाज मंडियों में धान की धीमी खरीद और अनाज की लिफ्टिंग में आ रही रुकावटों के खिलाफ किसान यूनियनों ने राज्यभर में सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है। इस आंदोलन से सड़कों पर यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जिसके चलते घरेलू गैस और पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति में बाधा की आशंका बढ़ गई है।
प्रदर्शनकारी किसान अपनी मांगों को लेकर न केवल सड़कों बल्कि रेलवे पटरियों पर भी धरने दे रहे हैं। इससे राज्य में परिवहन व्यवस्था चरमरा गई है, जिससे लोगों को शहरों के बीच सफर करने में परेशानी हो रही है। खासकर, गैस प्लांट से घरेलू और कमर्शियल गैस सिलेंडरों की डिलीवरी और तेल रिफाइनरी से पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति बाधित हो रही है। पेट्रोल पंप मालिक और गैस एजेंसी डीलर मानते हैं कि हालात जल्द नहीं सुधरे तो अगले कुछ दिनों में पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की किल्लत पैदा हो सकती है।
गौरतलब है कि किसान यूनियनों ने पिछले कई दिनों से टोल प्लाजा और प्रमुख राजमार्गों पर धरने देकर सड़कें जाम कर रखी हैं। इसके कारण तेल टैंकरों और गैस सिलेंडरों से भरी गाड़ियों की आवाजाही पर असर पड़ा है। गैस एजेंसी डीलरों के अनुसार, कई बार ट्रकों को धरनों के कारण सुरक्षित स्थानों पर रोकना पड़ता है या फिर लंबा सफर तय कर गोदाम तक पहुंचना पड़ता है, जिससे आपूर्ति में देरी हो रही है।
स्थिति नियंत्रण में लेकिन सतर्कता जरूरी
लुधियाना एलपीजी इंडेन गैस फेडरेशन के अध्यक्ष मंजीत सिंह ने बताया कि वे ट्रांसपोर्टर होने के नाते अपनी गाड़ियों को जल्दी सुबह भेजकर गैस की आपूर्ति सुनिश्चित कर रहे हैं, इसलिए अभी तक कोई गंभीर कमी नहीं आई है। हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि अगर आंदोलन लंबा चला तो आपूर्ति में दिक्कतें आ सकती हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि डीलर समुदाय इस चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और उपभोक्ताओं तक गैस पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
