5 अक्टूबर 2024 : नवरात्रों के प्रारंभ होने के साथ ही उत्तर भारत में फेस्टिवल सीजन (Festival Season) की शुरूआत हो जाती है जिस दौरान अष्टमी पूजन, नवमी, दशहरा, करवाचौथ व्रत, धनतेरस, दीवाली, भैयादूज जैसे कई पर्व आते हैं। फैस्टिवल सीजन दौरान दुकानदारों की बिक्री भी अधिक होती है और सरकारी विभागों को अधिक टैक्स आने की उम्मीद भी बनी रहती है। इस बार त्यौहारी सीजन की शुरुआत में जी.एस.टी. विभाग (GST Department) ने जालंधर में जैसी सक्रियता दिखाई है, उससे शहर के अंदरूनी बाजारों के दुकानदारों में सहम भी पनपने लगा है।
गौरतलब है कि गत दिवस फाइनैंशियल कमिश्नर कृष्ण कुमार यादव ने खुद जी.एस.टी. विभाग के बड़े अधिकारियों की टीम को साथ लेकर शहर के कई अंदरूनी बाजारों का दौरा किया था। एक अवसर पर जब उन्होंने 5 ग्राहकों के हाथों में पकड़े सामान को चैक करवाया तो जी.एस.टी. विभाग जालंधर की टीम को उस समय काफी नामोशी झेलनी पड़ी जब 5 में से 4 ग्राहकों का सामान बिना बिल के था और केवल एक के पास ही बिल मिला।
ऐसे में संबंधित दुकानदारों के पास जाकर बिल कटवाए गए और टैक्स भरवाया गया। इसके बाद स्थानीय अधिकारियों को निर्देश मिले कि रैनक बाजार, शेखां बाजार, अटारी बाजार, पीर बोदला बाजार, दिलकुशा मार्कीट, फगवाड़ा गेट, भगत सिंह चौक मार्कीट इत्यादि स्थानों पर उन दुकानदारों की पहचान की जाए जो सामान तो बेचते हैं परंतु बिल नहीं काटते।
अब देखना है कि आने वाले दिनों में जी.एस.टी. विभाग की टीमें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शहर की किस-किस मार्कीट में जाकर उन दुकानदारों का पता लगाएगी जो बिना बिल के ज्यादातर सामान बेचते हैं। इतना अवश्य है कि अब ज्यादातर दुकानदारों ने ग्राहक को बिल देना चालू कर दिया है और रिक्शा रेहड़ी वालों के पास भी बिल होते हैं। बाजार में यही सुनने को मिल रहा है कि बिल जरूर लेकर जाना, सख्ती बहुत है।
