पंजाब 04 अक्टूबर 2024 : पंजाब में ही नहीं देश भर में नवरात्रों की धूम है। नवरात्रों में घर-घर में मां नवदुर्गा की पूजा विधि-विधान से की जाती है। नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथि का बहुत अधिक महत्व होता है। लोग घरों में महाष्टमी व महानवमी के दिन कंजक पूजन करते हैं लेकिन इस बार संशय बना हुआ है कि महाष्टमी व महानवमी कब है।
आइए आपके इसी संशय को दूर करते हैं। आपको बता दें कि अलग-अलग पांचांगों के अनुसार इस बार चतुर्थी तिथि की वृद्धि तथा नवमी तिथ का क्षय हुआ है जिसके चलते महाष्टमी व नवमी 11 अक्तूबर को मनाई जा रही है। 10 अक्तूबर को आतर है। वहीं आप जानते हैं कि मां नवदुर्गा के नवरात्रे 3 अक्तूबर से शुरू हो चुके हैं।
शास्त्रों की मानें तो सप्तमी और अष्टमी एक साथ होने के कारण महाष्टमी का व्रत निषेध माना गया है। 10 अक्तूबर को सप्तमी और अष्टमी मानी जा रही है। वहीं आपको बता दें कि अष्टमी तिथि 10 अक्तूबर को दोपहर 12.32 से शुरू हो कर 11 अक्तूबर दोपहर 12.07 तक रहेगी व इसके बाद 11 अक्तूबर को नवमी शुरू हो जाएगी।
नवरात्रों में श्रद्धापूर्वक विधि-विधान से पूजा शुरू की जाए। मां को लाल चुनरी, लाल वस्त्र बहुत ही प्रिय है। मां को मौली, शृंगार का सामान, कुमकुम, नारियल, फूल, कपूर, फल, मौली, बताशे आदि सात्विक चीजों को अर्पित करें। नवरात्रों में सुबह उठकर पहले स्नान करें और पूजा के स्थान पर गंगाजल छिड़क कर शुद्धि कर लें। मां दुर्गा का गंगा जल से अभिषेक करें। दीप प्रज्वलित करें। मां को अक्षत, लाल पुष्प, सिंदूर, फल, मेवा अर्पित करें। नवरात्रों में दुर्गा चालीसा का पाठ करना बहुत ही महत्वपूर्ण है। मां की आरती करें और भोग लगाएं।
