2 अक्टूबर 2024 : पंजाब पुलिस द्वारा राज्य भर में छीनाझपटी और नशे की बिक्री के स्थानों (हॉटस्पॉट) पर सीसीटीवी कैमरों का उपयोग करके पूरी निगरानी रखेगी। यह घोषणा डीजीपी गौरव यादव ने सभी पुलिस जिलों के प्रदर्शन का आकलन करने और संगठित अपराध, नशा तस्करी के खिलाफ चल रही लड़ाई का जायजा लेने के लिए सभी वरिष्ठ फील्ड अधिकारियों और ऑपरेशनल विंगों के प्रमुखों के साथ पीएपी कॉम्प्लेक्स जालंधर में एक राज्य स्तरीय कानून और व्यवस्था समीक्षा बैठक में की।
उन्होंने कहा कि हर समय निगरानी करने के लिए जिले के सब डिवीजन स्थर पर सीसीटीवी कंट्रोल रूम स्थापित किए जा रहे हैं। यह कदम पिछले 3 वर्षों में ऐसे आपराधिक हॉटस्पॉट और नशा बिक्री वाले हॉटस्पॉट की क्राइम हॉटस्पॉट मैपिंग के बाद उठाया गया है। उन्होंने कहा कि छोटे-मोटे अपराधों को रोकना पंजाब पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसलिए, फील्ड अधिकारियों को इस ऑपरेशन को और अधिक प्रभावी बनाने और नागरिकों की सुरक्षा को प्रभावित करने वाले अपराधों, विशेष रूप से फिरौती कॉल, छीनाझपटी, चोरी, धोखाधड़ी और नशे की बिक्री के स्थानों से निपटने के लिए सभी तरीकों का उपयोग करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नरों/जिला पुलिस प्रमुखों को ऐसे अपराधियों से सख्ती से निपटने और ड्रग आपूर्तिकर्ताओं द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्ति को जब्त करने के लिए एनडीपीएस की धारा 68एफ का अधिकतम उपयोग करने का आदेश दिया गया है। आगामी त्योहारी सीजन के मद्देनजर, उन्होंने आम लोगों को कम से कम असुविधा सुनिश्चित करने के लिए भारी भीड़भाड़ वाले इलाकों में सतर्कता बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
उन्होंने अपराधियों की हिस्ट्रीशीट तैयार करने, हिंसक अपराधों के खिलाफ अनुकरणीय कार्रवाई करने, निगरानी बढ़ाने, अपराधों की पहचान करने के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग करने और नशा तस्करों की संपत्ति जब्त करना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने जमीनी स्तर पर पेश आ रही व्यावहारिक समस्याओं/मुद्दों को बेहतर ढंग से समझने के लिए सभी सीपी/एसएसपी से फीडबैक भी मांगा। उन्होंने सभी डीएसपी और थाना प्रभारियों (एसएचओ) के साथ साप्ताहिक अपराध समीक्षा बैठक करने को कहा। उन्होंने ये भी कहा कि वे पुलिस स्टेशनों का औपचारिक या अनौपचारिक निरीक्षण सुनिश्चित करें।