नाभा 30 सितम्बर 2024 : करीब 10 दिन पहले कनाडा के ब्रैम्पटन में एक किसान की 23 वर्षीय बेटी नवदीप कौर की ब्रेन हेमरेज से मौत हो गई थी। हाल ही में जब नवदीप कौर का शव नाभा ब्लॉक के गांव पलिया खुर्द स्थित घर पहुंचा तो परिवार रो-रोकर बुरा हाल हो गया। परिवार ने बड़े चाव से नवदीप कौर को कनाडा भेजा था कि वह बुढ़ापे का सहारा बनेगी लेकिन उनकी मौत से परिवार सदमे में है। परिवार ने लाखों रुपये खर्च कर और कर्ज लेकर विदेश भेजा था। परिजनों ने पंजाब सरकार और केंद्र सरकार से आर्थिक मदद की मांग की है। अंतिम संस्कार के मौके पर जहां बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे, वहीं पूरे गांव में गमगीन माहौल था।
माता-पिता ने अपनी बेटी नवदीप कौर को खुशी-खुशी लाल शगुन के साथ शादी करके घर से विदा करने का सपना देखा था, अब उन्हें नवदीप कौर के शव पर लाल शगुन का लाल दुपट्टा देकर उसे अंतिम विदाई देनी पड़ी। ये देखकर हर किसी की आंखों से आंसू निकल पड़े। नवदीप कौर को परिवार ने लाखों रुपये खर्च करके और कर्ज लेकर कनाडा भेजा था, यह देखने के लिए कि क्या वह परिवार का सहारा बनेगी, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। परिवार ने कभी नहीं सोचा था कि नवदीप कौर की कनाडा में मौत हो जाएगी। नवदीप कौर दो साल पहले अपना भविष्य बनाने के लिए कनाडा गई थीं लेकिन ब्रेन हैमरेज से उनकी मौत हो गई। नवदीप कौर घर की बड़ी लड़की थी और घर की जिम्मेदारी उस पर थी और अब केवल छोटी लड़की ही बची है।
इस मौके पर मृतक नवदीप कौर के रिश्तेदार कुलदीप सिंह और जगपाल सिंह ने कहा कि नवदीप कौर को कड़ी मेहनत के कारण लाखों रुपये खर्च करके और कर्ज लेकर कनाडा भेजा गया था। उन्होंने दो साल में अपनी शिक्षा पूरी कर ली थी, लेकिन जब कर्ज चुकाने का समय आया तो उन्हें ब्रेन हेमरेज हो गया और कनाडा में उनकी मृत्यु हो गई। एन.आर.आई. की मदद से उनका शव घर लाया गया और उनका अंतिम संस्कार किया गया। परिवार पर लाखों रुपये का कर्ज है। वह सरकारों से मांग करते हैं कि परिवार का कर्ज का बोझ हल्का किया जाए।