28 सितंबर 2024 : रैडक्रॉस मार्केट में जूतों की दुकान पर व्यक्ति और महिला के साथ हुई हाथापाई के मामले में जहां एक ओर सिख तालमेल कमेटी और शहर की कुछ जत्थेबंदियां एक-दूसरे के खिलाफ आमने-सामने हुई है, वहीं कांग्रेसी नेता एवं पूर्व पार्षद शैरी चड्ढा ने कहा है कि उनकी महिला के साथ पूरी सहानुभूति है मगर वह सच के साथ खड़े हैं और सच का डटकर मुकाबला करेंगे। उन्होंने तथाकथित नेताओं से कहा है कि वे सियासत से बाज आएं और इस मामले को सियासी रंगत देकर धार्मिक भावनाएं न भड़काएं।
उल्लेखनीय है कि दुकानदार और महिला के बीच हुई हाथापाई के मामले में उसमें उस समय नया मोड़ आ गया जब शहर के प्रमुख कांग्रेसी नेता एवं पूर्व पार्षद शैरी चड्ढा ने रैडक्रॉस मार्केट के दुकानदारों के हक में धरना प्रदर्शन करने के बाद एफ.आई.आर. दर्ज कराने के बाद मीडिया में बातचीत दौरान बयान दिया कि कुछ राजनीतिक लोग इस मुद्दे को सियासी रूप देकर सिख जत्थेबंदियों को गुमराह करके एक-दूसरे के खिलाफ करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जब उनके द्वारा सारी सच्चाई जत्थेबंदियों को बताई गई तो उसके बाद उन्होंने खुद उनके हक में आने का निर्णय लिया।
अपशब्द बोले और दाड़ी नोची गई
शैरी चड्ढा ने दावा किया कि दिलप्रीत सिंह जिनके खिलाफ महज 400 रुपए के जूते बदलवाने को लेकर उनके साथ धार्मिक अपशब्द में बात की गई और इतना ही नहीं उनकी दाड़ी को भी नोचा गया, उसे देखते हुए समूह दुकानदार एकजुट हुए। अगर उनके द्वारा महिला के साथ हाथापाई की गई है तो उस एवज में पहल महिला द्वारा ही की गई थी, लेकिन महिला होने की हमदर्दी के नाते सिख समाज ने उसका साथ दिया, लेकिन इसे एक धार्मिक और सियासी रूप देने में शहर के कुछ तथाकथित नेताओं का भी हाथ है, जिन्होंने सिख समुदाय की कुछ प्रमुख जत्थेबंदियों के नेताओं को गलत बात बताकर उन्हें अपने ही समाज के खिलाफ कर दिया है।
चड्ढा ने कहा कि वह खुद एक दुकानदार हैं, इसलिए वह एक दुकानदार का दर्द समझते हैं। उन्होंने कहा कि दुकानदार के लिए ग्राहक भगवान का रूप है तो फिर महिला के साथ अगर हाथापाई की नौबत आई है तो उसके पीछे क्या सिर्फ दुकानदार का ही कसूर है।
दुकानदार के साथ धक्केशाही बर्दाश्त नहीं
शौरी चड्ढा ने कहा कि इस मामले को धार्मिक एवं सियासी रूप न दिया जाए। वह हमेशा सच्चाई के साथ खड़े हैं और खड़े रहेंगे। दुकानदार के साथ धक्केशाही की कोशिश हुई है, इसलिए वह उनके साथ ही हैं। उनकी महिला के साथ भी हमदर्दी है लेकिन सच तो सच रहेगा। गौरतलब है कि इस मामले को लेकर मंगलवार की देर शाम को मामले में नामजद दिलप्रीत सिंह के परिवार व मार्किट के दुकानदारों ने दूसरे पक्ष पर पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए थाना-4 के बाहर धरना लगा कर रोष प्रदर्शन किया।
जहां पर पुलिस ने दोनों पक्षों को बुधवार सुबह का समय देकर धरना खत्म करवाया। वहीं मामले में नामजद दिलप्रीत सिंह ने बताया कि उक्त फड़ी उसका भाई पवनजोत लगाता है। उस दिन वह किसी काम से बाजार गया था तो वह उसकी दुकान पर बैठा था। जहां पर उक्त महिला काफी दिन पहले लेकर गए जूतों को बदलवाने के लिए आ गई, जोकि टूटा हुआ था तो उसने टूटे हुए जूते को बदलने से मना कर दिया।
उक्त महिला बार-बार झगड़ रही थी। उसने कहा कि कई बार महिला को शांति से समझाने की कोशिश भी की गई, लेकिन वह बार-बार लड़ रही थी। इस दौरान उक्त महिला ने उसकी दाड़ी व पटके पर हाथ डाला तो उसके पति ने पीछे से वीडियो बनानी शुरू कर दी, जिसमें उसने अपने बचाव में उनका विरोध किया।