• Fri. Dec 5th, 2025

आयुष्मान कार्डधारकों के लिए नई चुनौती: अब लोगों को करना होगा यह कार्य

लुधियाना 24 सितम्बर 2024 : आयुष्मान भारत योजना के तहत सभी प्राइवेट अस्पतालों में मुफ्त इलाज बंद कर दिया गया है। प्राइवेट हॉस्पिटल एंड नर्सिंग होम एसोसिएशन द्वारा उपचार बंद करने के बाद अब इंडियन मैडीकल एसोसिएशन (आई.एम.ए.) पंजाब ने भी इसी तर्ज पर चलने का फैसला लिया है कि वे आयुष्मान स्कीम के तहत इलाज नहीं करेंगे। इससे पंजाब के छोटे अस्पतालों का संगठन प्राइवेट हॉस्पिटल व नर्सिंग होम एसोसिएशन पंजाब (पी.एच.ए.एन.ए.) भी इलाज बंद करने की घोषणा कर चुका है। लुधियाना जिले में कुल 75 के करीब प्राइवेट अस्पताल आयुष्मान स्कीम के तहत इम्पैनल्ड हैं।

संगठन के सदस्यों के अनुसार वर्तमान में जिन मरीजों को अभी प्राइवेट अस्पतालों में इलाज चल रहा था, उन्हें भी अब पूरा बिल चुकाना होगा। सरकार और प्राइवेट अस्पतालों के बीच चल रही खींचतान का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ेगा। आई.एम.ए. पंजाब ने स्पष्ट कर दिया गया है कि जब तक 600 करोड़ रुपए की बकाया रकम नहीं मिल जाती, तब तक मुफ्त इलाज नहीं होगा।

ऐसे बढ़ी समस्या, बकाया बिलों की राशि बढ़ने लगी

प्राइवेट हॉस्पिटल एंड नर्सिंग होम एसोसिएशन के सदस्यों के अनुसार मुख्य रूप से यह केंद्र सरकार की स्कीम है जिसमें 13 लाख लोगों को जो नीले कार्ड धारक हैं, को शामिल कर किया गया था जिसमें 60 प्रतिशत केंद्र सरकार ने देना था जबकि 40 प्रतिशत राज्य सरकार की भागीदारी थी परंतु राज्य सरकार द्वारा इसमें 29 लाख और लोगों को शामिल कर लिया गया जिससे समस्या बढ़ने लगी। मरीजों की आमद बढ़ने के साथ-साथ अस्पतालों के बिल भी बढ़ने लगे। प्राइवेट हॉस्पिटल एंड नर्सिंग होम्स एसोसिएशन के सचिव डॉ. दिव्यांशु गुप्ता ने कहा कि संगठन से संबंधित अस्पतालों का 600 करोड़ रुपया बकाया है। 

अगर आयुष्मान भारत स्कीम को निजी अस्पतालों में चलाना है तो पहले बकाया राशि का भुगतान करना होगा। हर महीने 80 से 90 करोड़ की बिलिंग होती है 7 महीने से बिलों का भुगतान बंद किया हुआ है 100 करोड़ रुपए पहले के पैंडिंग है। जब उनसे कहा गया कि स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि निजी अस्पतालों का 197 करोड़ बकाया है जबकि सरकारी अस्पतालों का बकाया 166. 67 करोड रुपए है जो कुल मिलाकर लगभग 364 करोड़ रूपया बनता है तो उन्होंने कहा कि ये गलत आंकड़े बताये जा रहे हैं

आयुष्मान भारत योजना के तहत अब सरकारी अस्पताल ही विकल्प

गौर करने वाली बात यह है कि कार्डियोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, ऑर्थोपीडिक्स, नियोनेटल केयर, पीडियाट्रिक सर्जरी, ऑन्कलोजी, यूरोलॉजी इत्यादि का इलाज निजी अस्पतालों में ही उपलब्ध है। जिले में कुल 17 सरकारी अस्पताल हैं। अब आयुष्मान कार्डधारकों के पास सरकारी अस्पताल ही विकल्प होंगे। उल्लेखनीय है कि राज्य में लगभग 430 के करीब अस्पतालों में आयुष्मान भारत स्कीम के अंतर्गत मरीज को उपचार प्रदान किया जाता था। अब वहां मरीजों को एमरजैंसी ट्रीटमैंट का बिल भी चुकाना पड़ेगा

आयुष्मान पखवाड़ा 20 से 30 सितम्बर तक

केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के तहत आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की छठी वर्षगांठ और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की तीसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 20 से 30 सितंबर तक आयुष्मान पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसमें सभी राज्यों को भागीदारी करने के लिए कहा गया है। मजबूरी में ही सही, स्वास्थ्य विभाग ने सभी सिविल सर्जनों को आयुष्मान पखवाड़ा मनाने के निर्देश जारी किए हैं।

इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए डॉ. हरिंदर सूद वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (अतिरिक्त प्रभार डी.एम.सी.) सह-नोडल अधिकारी ने कहा कि इस विशेष अभियान के तहत नए कार्ड, आयुष्मान चौपाल और आयुष्मान सभा आशा के माध्यम से गांव के सरपंच और कार्ड और आभा आई.डी. के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा।

इस अभियान के तहत आयुष्मान भारत स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किए जाएंगे। आयुष्मान भारत साइकिल, बाइक यात्रा, मैराथन दौड़, ऐसी प्रतियोगिताओं और स्कूलों में जागरूकता सैमीनार के माध्यम से जागरूकता बढ़ाई जाएगी।  आयुष्मान भारत जिला समन्वयक गुरप्रीत कौर ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग संचार के विभिन्न माध्यमों से लोगों को इस अभियान से जोड़ रहा है ताकि लोग सर्जन लुधियाना के माध्यम से समाचार पत्र रेडियो और टीवी से अधिक से अधिक लाभ उठा सकें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *