19 सितंबर 2024 : नैशनल सिक्योरिटी एक्ट (एन.एस.ए.) लगाने और इसे पुनः बढ़ाने को चुनौती देने वाली खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल के साथियों की याचिका पर पंजाब सरकार ने कहा कि डिब्रूगढ़ जेल में रहते हुए भी अमृतपाल के साथी अलगाववादियों के संपर्क में थे। हाईकोर्ट ने इस पर अब अमृतपाल व उसके साथियों पर दूसरी बार एन.एस.ए. लगाने का रिकॉर्ड पंजाब सरकार से तलब कर लिया है।
साथ ही इसे कन्फर्म करने से जुड़ा रिकॉर्ड केंद्र को सौंपने का आदेश दिया है। अमृतपाल के साथियों सर्वजीत सिंह कलसी, गुरमीत गिल, पपलप्रीत सिंह व अन्य ने अपनी याचिका में कहा है कि उसके खिलाफ एन. एस.ए. लगाने समेत अन्य कार्रवाई असंवैधानिक, कानून के खिलाफ और राजनीतिक असहमति के कारण की गई हैं, जो दुर्भावनापूर्ण हैं। याची के खिलाफ ऐसा कोई मामला बनता ही नहीं है। जिसके चलते उसे निवारक हिरासत में रखने का आदेश दिया जा सके।
याचिका में कहा गया कि न केवल एक साल से अधिक समय तक निवारक हिरासत अधिनियम को लागू किया गया, बल्कि उन्हें पंजाब से दूर हिरासत में रखकर स्वतंत्रता छीन ली गई है। पंजाब सरकार ने अपने जवाब में कहा कि अमृतपाल के साथियों की हिरासत राज्य की सुरक्षा के लिए बेहद अहम है। अमृतपाल के साथी जेल में रहते हुए भी अलगाववादियों से जुड़े हुए थे। ऐसे में उनकी हिरासत बढ़ाना सही है।