जालंधर 18 सितम्बर 2024 : गुजराल नगर में सीनियर एडवोकेट गुरमोहन सिंह के घर गोलियां चलाने के मामले में शूटरों तक पहुंचाने वाले तीनों आरोपियों का रिमांड खत्म होने पर उन्हें जेल भेज दिया गया है। वहीं रिमांड पर लिए लुटेरे ध्रुव ने माना कि गुरपाल उर्फ गोपा उसका पुराना जानकार है। उन दोनों ने जेल में एक साथ सजा काटी थी। साल पहले ही गोपा जेल से बाहर आ गया था और फिर कनाडा भाग गया। कनाडा पहुंचने के बाद वह उसके संर्पक में था।
ध्रुव की पूछताछ में यह सामने आया है कि इस वारदात से पहले वह अपने साथी करण उर्फ पवन के साथ पिस्तौल के बल पर कई लूट की वारदातों को अंजाम दे चुका है। एडवोकेट के घर गोलियां चलाने से पहले कोई अज्ञात व्यक्ति उसे 25 हजार रुपए दे चुका था जबकि काम होने के बाद 25 हजार रुपए और मिलने थे।
दरअसल गोलियां चलाने के लिए शूटरों का इंतजाम करने वाले से लेकर विवादित प्रापर्टी के दोनों दावेदार कनाडा के एक ही शहर टोरंटो में रह रहे हैं जिसके चलते पुलिस इस बात की भी इंवेस्टिगेशन कर रही है कि गोपा का लिंक किस एन.आर.आई. पार्टी के साथ है। हालांकि पुलिस फिलहाल दोसांझ फैमली को आरोपी मान रही है लेकिन इस बात की भी जांच की जा रही है कि कहीं पुलिस की इंवेस्टिगेशन को भटकाया न जाए जिसके चलते पुलिस दोनों पक्षों को लेकर जांच कर रही है।
उधर नामजद हुए पूर्व सैशन जज किशोर कुमर और पूर्व तहसीलदार मनोहर लाल की कोई सीधे तौर पर भूमिका सामने आती नहीं दिखाई दे रही है। सी.आई.ए. स्टाफ के इंचार्ज सुरिंदर कुमार कंबोज ने कहा कि सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि शूटरों को हथियार देने वाले जतिंदर उर्फ भोलू निवासी करतारपुर, सुरिंदर पाल शिंदी निवासी कद्दोवाल और सतबीर सिंह उर्फ साबी निवासी होशियारपुर का 3 दिन का रिमांड खत्म होने पर जेल भेज दिया गया है। गोपा के रहने पर ही इन तीनों ने महाराजा गार्डन के रहने वाले ध्रुव और पवन बस्ती पीरदाद को हथियार व गोलियां दी थी। हालांकि उक्त लोगों को भी नहीं पता कि गोपा के साथ फायरिंग करने की डील किस एन.आर.आई. पार्टी ने की थी।