1 सितंबर 2024 : अमेरिका भेजने के नाम पर रिश्तेदार से 21 लाख रुपये की ठगी का शिकार हुए पीड़ित परिवार का सब्र टूट गया। पिछले एक महीने से ठगों के घर के सामने पक्का मोर्चा लगाकर बैठे जयपाल सिंह के बुजुर्ग माता-पिता भोला सिंह और मंजीत कौर ने निराश होकर गांव ब्रह्मपुरा स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए।
अमर उजाला से फोन पर बातचीत करते हुए भोला सिंह और मंजीत कौर ने बताया कि वे सर पर कवन बांध तड़के साढ़े तीन बजे पानी की टंकी पर चढ़ गए। उन्होंने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बावजूद आरोपी परिवार ने धोखे से जमानत ले ली और अब रुपये वापस करने से साफ मना कर रहे हैं। भोला सिंह और मंजीत कौर ने कहा कि अगर उन्हें रुपये वापस नहीं मिले तो वे टंकी से छलांग लगा देंगे।
खबर लिखे जाने तक सैकड़ों लोग टंकी के नीचे पहुंच गए थे और पीड़ित दंपती को मनाकर नीचे लाने की कोशिश कर रहे थे। आसपास के थानों और चौकियों की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। गौरतलब है कि अमेरिका भेजने के नाम पर 21 लाख रुपये की ठगी करने वाले ब्रह्मपुरा गांव के सतनाम सिंह और उनके परिवार के खिलाफ पीड़ित परिवार का पक्का मोर्चा और धरना प्रदर्शन पिछले एक महीने से जारी है, लेकिन आरोपी परिवार टस से मस नहीं हो रहा है और रुपये वापस करने से साफ इनकार कर रहा है।
क्या है पूरा मामला
चांगली गांव के निवासी जयपाल सिंह की ब्रह्मपुरा गांव के सतनाम सिंह के साथ दूर की रिश्तेदारी है। 2023 में सतनाम सिंह की बेटी हरप्रीत कौर मलेशिया के रास्ते अमेरिका गई थी। सतनाम सिंह, उनकी पत्नी परमजीत कौर, बेटा जगपाल सिंह और छोटी बेटी हरजोत कौर ने जयपाल को अमेरिका भेजने के लिए 30 लाख रुपये की मांग की थी, लेकिन 25 लाख रुपये में बात तय हो गई। जयपाल सिंह के पिता भोला सिंह ने जमीन बेचकर 21 लाख रुपये जुटाए और बाकी 4 लाख रुपये का कर्ज लेकर आरोपियों को दे दिए।
इस दौरान, 19 अगस्त 2023 को हरप्रीत कौर को अमेरिका के एक मॉल में गोली मारकर हत्या कर दी गई। कत्ल के दो महीने बाद हरप्रीत कौर के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए उसकी बहन हरजोत कौर भी अमेरिका चली गई। इसके बाद, सतनाम सिंह का परिवार जयपाल को विश्वास दिलाता रहा कि उसे भी जल्द अमेरिका भेजा जाएगा, लेकिन ना तो 25 लाख रुपये वापस किए गए और ना ही उसे अमेरिका भेजा गया।
दबाव बढ़ने पर आरोपियों ने 4 लाख रुपये वापस कर दिए और बाकी 21 लाख रुपये देने से इनकार कर दिया। 2 जनवरी को जयपाल ने एसएसपी संगरूर को आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। 20 अप्रैल को सतनाम सिंह, उनके बेटे जगपाल सिंह और बेटी हरजोत कौर के खिलाफ थाना सदर धूरी में 420, 406 और 120-बी में मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया।
जेल जाने के डर से सतनाम सिंह ने जयपाल के साथ समझौता किया और 21 लाख की बजाय 13 लाख रुपये वापस करने की बात स्वीकार कर ली। समझौता पेश करने के बाद 15 मई को संगरूर जिला अदालत ने सतनाम सिंह और जगपाल सिंह को जमानत दे दी।
आरोपियों ने 6 लाख रुपये 31 मई तक और 7 लाख रुपये 30 नवंबर तक वापस करने का समझौता किया था, लेकिन उन्होंने पहली किश्त के 6 लाख रुपये तय समय पर नहीं दिए। जिसके बाद जयपाल ने संगरूर जिला अदालत में जमानत रद्द करवाने की याचिका दी, लेकिन अदालत ने 5 अगस्त को याचिका खारिज कर दी।
अब मामला पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में पहुंच चुका है। पीड़ित परिवार ने आरोपियों की जमानत रद्द करवाने के लिए याचिका दाखिल की है, जिसका फैसला आना अभी बाकी है।