25 अगस्त 2024: बीएसएफ ने भारत-पाकिस्तान सीमा के पंजाब मोर्चे पर ड्रग्स और गोला-बारूद ले जाने वाले सीमा पार ड्रोन के हमले को रोकने और घुसपैठ पर अंकुश लगाने के लिए एक अतिरिक्त बटालियन की तैनाती की मांग की है।
फोर्स के पास वर्तमान में 500 किलोमीटर से अधिक लंबे मोर्चे की रक्षा के लिए लगभग 20 बटालियन हैं, जिनमें से 18 सीमा पर ‘सक्रिय रूप से तैनात’ हैं, जबकि बाकी को अमृतसर में अटारी एकीकृत चेक पोस्ट और गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक में करतारपुर कॉरिडोर की आवश्यकताओं के मद्देनजर जुटाया गया है।
इस मोर्चे पर 2019-20 के आसपास शुरू हुआ ड्रोन का खतरा अमृतसर और तरनतारन के सीमावर्ती जिलों में हावी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पंजाब सीमा को बेहतर ढंग से सुरक्षित करने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की एक और बटालियन की मांग की गई है।
उन्होंने कहा कि यह अनुरोध केंद्रीय गृह मंत्रालय के ‘सक्रिय विचार’ में है। बीएसएफ के पंजाब फ्रंटियर के महानिरीक्षक अतुल फुलजेले ने हाल ही में कहा था कि पाकिस्तान सीमा पार से सभी ड्रग्स पहले के जमीनी रास्ते के बजाय हवाई मार्ग से ड्रोन के जरिए पंजाब में आ रहे हैं।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस साल अब तक सुरक्षा एजेंसियों ने सीमा पर 120 से ज्यादा ड्रोन बरामद किए हैं, जबकि 2023 में पूरे साल में 107 ऐसे ड्रोन बरामद किए गए थे। पंजाब और दिल्ली के अधिकारियों के अनुसार, बल पंजाब सीमा पर नदी क्षेत्रों की प्रभावी सुरक्षा के लिए और ज्यादा सैनिक जोड़ना चाहता है।