27 जून पंजाब डेस्क : श्री दरबार साहिब में योगा करने वाली युवती अर्चना मकवाना का एक और वीडियो सामने आया है। गौरतलब है कि अर्चना मकवाना को अमृतसर पुलिस ने नोटिस भेजा है। इस नोटिस उन्हें जांच में शामिल होने के लिए कहा गया था। नोटिस में मकवाना को 30 जून तक पुलिस स्टेशन ई डिवीजन में पेश होने के आदेश दिए गए हैं। इससे पहले भी श्री दरबार साहिब के प्रबंधक की शिकायत पर अर्चना मकवाना के खिलाफ 295ए के तहत मामला दर्ज किया गया था। अब इस मामले पर योगा गर्ल अर्चना मकवाना का नया बयान सामने आया है। वहीं अब योगा गर्ल अर्चना मकवाना ने कहा कि वह अब एसजीपीसी के साथ कानूनी लड़ाई करने के लिए तैयार है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा है, ”जब मैं 21 जून 2024 को श्री दरबार अमृतसर में शीर्षासन कर रही थी, तो 1000 सिख लोग मुझे देख रहे थे, किसी ने भी मुझे नहीं रोका या इस पर आपत्ति नहीं जताई। वास्तव में जिस सज्जन ने मेरी तस्वीर ली, वे स्वयं एक सरदारजी थे, उन्हें यह अपमानजनक नहीं लगा, उन्होंने मुझे ऐसा करने से नहीं रोका, जो लोग इसे लाइव देख रहे थे, वे भी नाराज नहीं हुए, फिर मैं हैरान हूं कि यह गलत कैसे हो सकता है और इससे किसी की धार्मिक भावनाओं को कैसे ठेस पहुंची है? स्थानीय लोग जो हर रोज मंदिर आते हैं, वे नियमों को नहीं जानते हैं, फिर वे कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि पहली बार पंजाब की यात्रा करने वाली एक हिंदू लड़की नियमों को जानती होगी, खासकर जब किसी ने मुझे नहीं रोका। यह सब निराधार है, मुझे नहीं पता कि एसजीपीसी ट्रस्ट का क्या प्रचार है, लेकिन मैं पीड़ित महसूस करता हूं। मेरे खिलाफ दर्ज की गई एफ.आई.आर. को रद्द किया जाना चाहिए क्योंकि इस एफ.आई.आर. का कोई आधार नहीं है, यह सिर्फ इसलिए है क्योंकि एसजीपीसी कमेटी ने पुलिस को सही तथ्य नहीं बताए इसलिए उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया। मैंने इस मुद्दे को शांतिपूर्वक सुलझाने की कोशिश की लेकिन वे इसे समझते नहीं दिखते, यह मेरे व्यवसाय को प्रभावित कर रहा है और मैं इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करूंगी… जो भी मुझसे सहमत हैं और मेरा समर्थन करना चाहते हैं, कृपया उनके खिलाफ आवाज उठाएं और कहें कि पंजाब पुलिस को पत्र लिखकर एफ.आई.आर. को रद्द किया जाना चाहिए, आपके समर्थन की बहुत प्रशंसा की जाएगी।”
बता दें कि एसजीपीसी की शिकायत के आधार पर अर्चना के खिलाफ अमृतसर में मामला दर्ज किया गया है। अमृतसर के एडीसीपी डॉ. दर्पण अहलूवालिया ने कहा कि नियमों के मुताबिक सबसे पहले अर्चना मकवाना के खिलाफ दर्ज मामले की जांच की जाएगी। इस मामले में अर्चना का बयान दर्ज किया जाएगा। इसके बाद ही उसकी गिरफ्तारी की कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में पुलिस ने अर्चना को बयान देने के लिए नोटिस भेजा है। आपको ये भी बता दें कि सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना ने श्री दरबार साहिब की परिक्रमा में योगा किया। यह वीडियो वायरल होने के बाद मामला शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी तक पहुंचा और एसजीपीसी की ओर से शिकायत दर्ज कराई गई।