14 जून मलोट : ट्रैवल एजैंटों ने बड़े-बड़े दफ्तर बनाकर भोले-भाले लोगों को विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपये ठगने के मामले सामने आ रहे हैं, इस मामले में पुलिस प्रसाशन खामोश होने से वहीं आई.ई.एल.टी.एस. सैंटरों की आड़ में गोरख धंधा चलाने वाले तत्वों के हौंसले बढ़ते जा रहे हैं।
ऐसे मुद्दों पर लोगों के मन में सरकार के प्रति गुस्से की ज्वाला तेज होती जा रही है। वहीं मलोट में भारतीय किसान यूनियन खोसा के प्रदेश उपाध्यक्ष भगवंत सिंह मिड्डा और ब्लॉक अध्यक्ष बलजिंदर सिंह के नेतृत्व में युवा पीड़ित जोबनजीत सिंह और जसपाल सिंह निवासी इनाखेड़ा ने पत्रकारों को बताया कि एक साल पहले उन दोनों का मुक्तसर साहिब में एक एजैंट से संपर्क हुआ।
दोनों से वर्क परमिट के नाम पर न्यूजीलैंड भेजने के लिए टिकट सहित 52 लाख 40 हजार रुपए ले लिए। उन्होंने कहा कि तुम्हें वीजा पर न्यूजीलैंड भेज रहा हूं 15 दिन में वहां वर्क परमिट मिल जाएगा। लेकिन उक्त एजैंट ने उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने को कहा कि आपके वीजे में कोई समस्या है, इसलिए वह आपको थाईलैंड भेजता हूं, जहां से वीजा क्लियर होकर न्यूजीलैंड भेज दिया जाएगा। जोबनजीत सिंह ने बताया कि वह अपने खर्च पर 10-12 दिन थाईलैंड में रुके थे।
जब उन्होंने एजैंट को फोन किया तो उसने कहा कि न्यूजीलैंड वीजे में देरी हो रही है, इसलिए आपको दुबई जाना चाहिए । जहां से आपको न्यूजीलैंड भेज दिया जाएगा। दुबई में 40 दिनों की परेशानी और खाने-पीने का खर्च उठाने के बाद जब हमें बार-बार संपर्क करने पर लगा कि एजैंट हमारी बात नहीं सुन रहा है।