12 जून पंजाब:पंजाब को आर्थिक रूप से कैसे मजबूत किया जा सकता है? इसके लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कल वित्त विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। इन अधिकारियों ने सरकार को जो सलाह दी है अगर सरकार उस पर विचार कर ले तो पंजाब पर चढ़ा कर्ज का बोझ कम हो सकता है.
वित्त विभाग के आला अधिकारियों के साथ हुई बैठक में पंजाब के वित्तीय संसाधनों और खर्चों को लेकर चर्चा हुई है. बैठक में पंजाब विकास आयोग ने राज्य की वित्तीय स्थिति पर एक रिपोर्ट पेश की, जिसका मुख्य फोकस और संदेश राजस्व स्रोतों को बढ़ाना और व्यय को कम करना था।
बैठक में वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और बिजली मंत्री हरभजन सिंह के अलावा वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. लोकसभा चुनाव के बाद हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री को आय और व्यय के मौजूदा स्रोतों से अवगत कराया गया. आय के संसाधन कैसे जुटाए जा सकते हैं और खर्चों में कहां कटौती की जा सकती है, इसकी रूपरेखा प्रस्तुत की गई।
अहम सूत्रों के मुताबिक पंजाब विकास आयोग ने वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में दिक्कतों को लेकर आगाह किया है. बैठक में पंजाब विकास आयोग की उपाध्यक्ष सीमा बंसल के अलावा आयोग के सदस्य भी मौजूद थे.
इस बीच बताया गया कि राज्य की कमाई फिलहाल कर्मचारियों के वेतन और पेंशन के अलावा कर्ज चुकाने और सब्सिडी पर खर्च हो रही है. यह भी कहा कि पूंजीगत व्यय के लिए बहुत कम बजट बचा है। आयोग ने जनकल्याणकारी योजनाओं पर होने वाले खर्च पर चिंता जताई.