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ऑपरेशन ब्लू स्टार स्वर्ण मंदिर पर समर्थन और आंदोलन

6 जून अमृतसर: ऑपरेशन ब्लू स्टार की आज 38वीं बरसी है. पंजाब के अमृतसर में सुरक्षा काफी बढ़ा दी गई है. इस बीच स्वर्ण मंदिर के प्रवेश द्वार पर जरनैल भिंडरावाले के पोस्टर ले जाते हुए लोगों के एक समूह ने खालिस्तान समर्थक नारे लगाए. लोग सुबह दरबार साहिब के प्रवेश द्वार पर जमा हो गए. समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक खालिस्तानी अलगाववादी नेता जरनैल भिंडरावाले के पोस्टर और तलवारें लहराते हुए ग्रुप के सदस्यों ने खालिस्तान समर्थक नारे लगाना शुरू कर दिया.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तमाम पुलिस फोर्स की तैनाती के बावजूद सैकड़ों लोग गोल्डन टेंपल के प्रवेश द्वार तक पहुंच गए. हाथों में तलवारें लहराते हुए खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए. इस दौरान लोगों के हाथों में जरनैल भिंडरावाले को पोस्टर, बैनर और तस्वीरें भी दिखाई दिए. पंजाब सरकार ने बरसी को लेकर पहले ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे. शहर में भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं.

खालिस्तान समर्थक नारे लगाए गए

ऑपरेशन ब्लू स्टार की 38वीं बरसी को देखते हुए दल खालसा नाम के संगठन ने ऑरपरेशन ब्लू स्टार के खिलाफ जगह जगह पोस्टर भी लगाए हैं. इसी के मद्देनजर सुरक्षा बल के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया ताकि अमृतसर की सुरक्षा में कोई सेंध ना लगा सके. पुलिस के मुताबिक अमृतसर की सुरक्षा में करीब सात हजार जवान तैनात किए गए हैं 
जिसमें अर्धसैनिक बल की चार कंपनियां भी शामिल हैं. इसके अलावा दरबार साहिब की ओर जाने वाली बाहरी गाड़ियों पर रोक लगा दी गई लेकिन फिर भी कुछ लोग दरबार साहिब के प्रवेश द्वार तक पहुंच गए और खालिस्तान समर्थक नारे लगाए. 

कट्टरपंथी सिख संगठनों ने निकाला था आजादी मार्च

इससे पहले कट्टरपंथी सिख संगठनों (Radical Sikh Outfits) और दल खालसा, शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) सहित खालिस्तान समर्थक समूहों (Khalistan Groups) से जुड़े सदस्यों ने ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ (Operation Bluestar Anniversary) की 38वीं बरसी से एक दिन पहले रविवार को शहर में ‘आजादी मार्च’ का आयोजन किया था.

CM भगवंत मान ने की थी कानून-व्यवस्था की समीक्षा

बता दें कि पिछले हफ्ते पंजाब के मुख्यमंत्री भागवत मान ने ऑपरेशन ब्लूस्टार की बरसी से पहले राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की थी. मुख्यमंत्री ने पुलिस और नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए राज्य भर में 6 जून से पहले व्यापक सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा था. उन्होंने यहां स्वर्ण मंदिर में भी मत्था टेका और रविवार को अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के साथ बंद कमरे में बैठक की. इससे पहले पंजाब पुलिस ने अमृतसर शहर में फ्लैग मार्च भी किया था.

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