• Fri. Sep 20th, 2024

भिंडरांवाले के भतीजे ने फरीदकोट-खडूर साहिब की जीत के पीछे बताया बड़ा कारण

5 जून पंजाब:अकाल तख्त के पूर्व प्रमुख और जरनैल सिंह भिंडरावालिया के भतीजे जसबीर सिंह रोडे ने पंजाब की दो लोकसभा सीटों पर खालिस्तान समर्थकों की जीत पर खुशी जताई है. रोडे ने कहा- मंगलवार को उन्होंने मुझे जालंधर स्थित अपने घर बुलाया और मीडिया से बात की. जसबीर सिंह रोडे ने कहा- पंजाब की दो सीटों पर हमारे दो उम्मीदवार चुनाव लड़े, हमने दोनों जगह प्रचार किया तो लोगों ने हमें जिताया.

रोडे ने कहा कि हमने भाई सरबजीत सिंह खालसा के पक्ष में वोट मांगे, क्योंकि खालसा जनक ने श्री अकाल तख्त साहिब पर हमला करने वालों से बदला लिया था. रोडे ने कहा- खालसा के पिता बेअंत सिंह ने उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा हरमंदिर साहिब पर हमले को लेकर किए गए कार्यों की सजा दी थी.

इसी बीच रोडे ने तत्कालीन भारत सरकार पर अपना गुस्सा निकाला. इंदिरा गांधी की हत्या पर सिखों को गर्व महसूस हुआ. फरीदकोट के लोगों ने खालसा का समर्थन किया और उन्हें हराया, जिससे सिख समुदाय को गर्व है।

इसके अलावा जसबीर सिंह रोडे ने कहा- अमृतपाल श्री खडूर साहिब से जीते हैं. हमने अमृतपाल क्षेत्र में बड़ी रैलियां और बैठकें कीं, जिसके परिणामस्वरूप इतनी बड़ी जीत हुई। वहां के लोगों ने संप्रदाय को चुना और संप्रदाय का पालन करने का निर्णय लिया।

रोडे ने शिरोमणि अकाली दल पर निशाना साधते हुए कहा- इससे पहले सिख पंथ ने अकाली दल को आशीर्वाद दिया था. लेकिन सुखबीर सिंह बादल पंथ के लिए कुछ नहीं कर सके और अपने ही धर्म के खिलाफ बोलने लगे। जिसके कारण सुखबीर सिंह बादल पंजाब की जनता के मन से गायब हो गये। सुखबीर सिंह बादल ने हमें तरह-तरह के फतवे दिये. जिसमें कहा गया कि हम एजेंसियों के लोग हैं.

उन्होंने कहा कि पहले हमें प्रकाश सिंह बादल ने बदनाम किया और अब सुखबीर ने। इन दोनों ने केंद्र सरकार को डरा दिया था कि पंजाब कूड़ा राज्य है. लेकिन जब सत्ता हमारे हाथ में होगी तो हम उसका बुद्धिमानी से उपयोग करेंगे। हम संसद जाएंगे और बंदी शेरों की रिहाई की मांग करेंगे।’ जनता ने बादल परिवार को नकार दिया है, यही कारण है कि आज शिरोमणि अकाली दल केवल एक सीट पर सिमट कर रह गयी है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *