31 मई पटियाला: लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के लिए चुनाव प्रचार थम गया है और कल 1 जून को मतदान होने जा रहा है. इसी के चलते कई बार राजनीतिक नेता वोटरों को धोखा देने के लिए मुफ्त सामान बांटने की कोशिश करते हैं, जिसे लेकर पटियाला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और पैनी नजर बनाए हुए है ताकि कोई वोटरों को धोखा देने की कोशिश न कर सके.
वोटरों को बरगलाने की हो सकती है कोशिश: इस संबंध में पटियाला के डीसी शौकत अहमद का कहना है कि वोटिंग के लिए अब बहुत कम समय बचा है. उन्होंने कहा कि आखिरी कुछ घंटे ऐसे होते हैं जहां मतदाताओं को अपनी तरफ खींचने के लिए किसी चीज का लालच दिया जाता है, या मुफ्त सामान दिया जाता है, या ड्रग्स और पैसे दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमें जानकारी मिली है कि कुछ लोग ऐसा करने को उत्सुक हैं ताकि मतदाताओं को अपने पक्ष में कर सकें. इसलिए वे ऐसा न करने की चेतावनी देना चाहते हैं
डीसी पटियाला ने दी कड़ी चेतावनी: इसके साथ ही डीसी ने दुकानदारों, थोक विक्रेताओं, खुदरा विक्रेताओं या फर्म मालिकों को भी चेतावनी दी है कि वे किसी भी नेता या राजनीतिक पार्टी के कहने पर लोगों को मुफ्त में चीजें न दें. उन्होंने कहा कि अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी. डीसी ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया है कि वे सभी दुकानदारों और थोक विक्रेताओं के टैक्स की जानकारी रखें और यह भी बताएं कि उन्होंने मतदान के आसपास किसे अपना सामान बेचा या खरीदा है।
निष्पक्ष चुनाव कराने को लेकर कही ये बात: साथ ही डीसी ने कहा कि अगर कोई भी दुकानदार या फर्म ऐसे किसी भी मामले में संलिप्त पाया जाएगा तो उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी और साथ ही पिछले के टैक्स की भी जांच कर कार्रवाई की जाएगी. जीएसटी कानून को लागू होने में 6 साल लगेंगे. डीसी ने कहा कि उनका उद्देश्य निष्पक्ष चुनाव कराना है और इसीलिए वे अपील करते हैं कि किसी भी नेता या राजनीतिक दल के दबाव में न आएं और वोट का प्रयोग सावधानी से करें.