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लीवर में मिला 12 हफ्ते का भ्रूण, डॉक्टर भी रह गए हैरान!

26 जुलाई 2025 : मेडिकल साइंस की दुनिया से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर डॉक्टर भी चौंक गए। बुलंदशहर की रहने वाली 30 वर्षीय महिला को पिछले 2 महीने से पेट दर्द और लगातार उल्टी की शिकायत थी। जब स्थानीय इलाज से कोई राहत नहीं मिली तो वह मेरठ पहुंची, जहां उसकी एमआरआई जांच कराई गई। लेकिन जांच रिपोर्ट देखकर डॉक्टर और महिला दोनों हैरान रह गए, क्योंकि भ्रूण गर्भाशय में नहीं, बल्कि लीवर (यकृत) में पल रहा था! रिपोर्ट में साफ दिखा कि महिला के लीवर के दाहिने हिस्से में 12 हफ्ते का भ्रूण मौजूद है।

एमआरआई में सामने आया चौंकाने वाला सच
मिली जानकारी के मुताबिक, महिला को डॉक्टरों ने एमआरआई एब्डॉमेन (पेट की एमआरआई) कराने की सलाह दी थी। इसके बाद वह मेरठ के ओम इमेजिंग एंड डायग्नोस्टिक सेंटर पहुंची। सेंटर की एक्सपर्ट टीम ने जब एमआरआई की रिपोर्ट देखी तो वो भी चौंक गई। महिला के लीवर में भ्रूण साफ नजर आ रहा था। डॉ. के.के. गुप्ता, जो कि इस जांच से जुड़े थे, उन्होंने बताया कि भ्रूण की धड़कन तक सुनाई दे रही थी, जिससे साफ पता चला कि भ्रूण जीवित है और बढ़ रहा है। इस जानकारी को तुरंत महिला के परिजनों को दिया गया और सलाह दी गई कि वे किसी विशेषज्ञ स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।

दुर्लभ स्थिति: लीवर में प्रेग्नेंसी
डॉ. के.के. गुप्ता के मुताबिक, इस तरह की स्थिति को ‘इंट्राहेपेटिक एक्टोपिक प्रेग्नेंसी’ कहा जाता है। यह मेडिकल साइंस में सबसे दुर्लभ स्थितियों में से एक मानी जाती है। अब तक दुनिया में ऐसे सिर्फ 8 मामले ही दर्ज हुए हैं। यह स्थिति बेहद खतरनाक होती है मां और बच्चे दोनों की जान को खतरा हो सकता है। इसलिए इसमें बेहद सावधानी से इलाज करना जरूरी होता है।

डॉक्टरों के लिए भी पहला अनुभव
लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज, मेरठ की वरिष्ठ गायनोकॉलजिस्ट डॉ. अरुणा वर्मा ने बताया कि ये मामला उनके करियर का सबसे अनोखा मामला है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अब तक हजारों प्रेग्नेंसी के केस देखे हैं, लेकिन लीवर में भ्रूण का विकसित होना पहली बार देखा है।

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