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युवा संसद में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर छात्रों ने साझा किए विचार, मेयर राजा इकबाल सिंह ने क्या कहा?

27 जुलाई: देश भर में बीते कुछ वर्षों से ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ को लेकर चर्चा तेज होती जा रही है. यह विचार न केवल राजनीतिक गलियारों में बल्कि अब शैक्षणिक और सामाजिक मंचों पर भी अपनी जगह बना रहा है.

इसी संदर्भ में युवाओं की सोच और दृष्टिकोण को समझने के लिए राष्ट्रीय युवा संसद का आयोजन दिल्ली नगर निगम और यूथ एक्स कनेक्ट के संयुक्त प्रयास से किया गया, जिसके तहत छात्रों को अपनी बात कहने का मंच मिला.

डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविक सेंटर में भव्य आयोजन

दिल्ली नगर निगम के मुख्यालय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविक सेंटर में आयोजित इस राष्ट्रीय युवा संसद में  ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विषय पर दिल्ली के विभिन्न विद्यालयों और दिल्ली विश्वविद्यालय के लगभग 240 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया.

इस दौरान दिल्ली के महापौर सरदार राजा इकबाल सिंह, उप महापौर जयभगवान यादव, स्थायी समिति अध्यक्ष सत्या शर्मा, नेता सदन प्रवेश वाही, भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल, दिल्ली प्रदेश संगठन मंत्री पवन राणा, दिल्ली प्रदेश महामंत्री विष्णु मित्तल, पार्षद एवं संयोजक शशि यादव और नगर निगम आयुक्त अश्वनी कुमार जैसे प्रमुख नेता एवं अधिकारी मौजूद रहे.

महापौर ने बताए ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के दूरगामी लाभ

इस मौके पर महापौर सरदार राजा इक़बाल सिंह ने छात्रों के विचारों की सराहना करते हुए कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ एक ऐसा विचार है जो देश के भविष्य की दिशा को बदल सकता है. उन्होंने बताया कि यदि लोकसभा और सभी राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराए जाएं तो इससे न केवल चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि शासन में स्थिरता और नीतियों के क्रियान्वयन में भी तीव्रता आएगी.

एक साथ चुनाव होने पर खर्च में होगी भारी कटौती

महापौर ने यह भी कहा कि वर्तमान में एक आम चुनाव पर लगभग एक लाख करोड़ रुपये तक खर्च होते हैं. अगर चुनाव एक साथ कराए जाएं तो इस राशि में उल्लेखनीय कमी लाई जा सकती है और बचत को विकास योजनाओं में लगाया जा सकता है. साथ ही, बार-बार लगने वाली आचार संहिता से जो विकास कार्य रुक जाते हैं, वे भी सुचारु रूप से चलते रहेंगे.

 युवाओं का चिंतन देश के लिए शुभ संकेत: बंसल

वहीं, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल ने छात्रों के विचारों की सराहना करते हुए कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव विषय बड़ा और गंभीर है, और यदि यह देशहित में है, तो हमें इसके समर्थन में खड़ा होना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस विषय पर युवाओं की गंभीरता यह दर्शाती है कि देश का भविष्य जागरूक हाथों में है.

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