31 जुलाई 2025 : महाराष्ट्र के भिवंडी-वाडा रोड पर वर्षों से चल रही खस्ताहाल सड़क और गहरे खड्डों ने इस बार एक 18 वर्षीय युवक यश राजेश मोरे की जान ले ली। रक्षाबंधन से पहले हुए इस हादसे ने पूरे इलाके को गम में डुबो दिया। यश की बहन ने शव के सामने फूट-फूटकर रोते हुए सवाल किया – “आता कोणाला राखी बांधू?” (अब किसे बांधूं राखी?)
हादसे की पूरी कहानी:
20 जुलाई की सुबह, यश मोरे और उसका दोस्त यश घुटे व्यायाम के लिए मोटरसाइकिल से जा रहे थे।
रास्ते में मौजूद गहरे खड्डे के कारण बाइक असंतुलित होकर गिर पड़ी।
दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए।
ठाणे के निजी अस्पताल में भर्ती कराए गए, जहां यश ने 10 दिन तक जिंदगी और मौत से लड़ते हुए बुधवार सुबह दम तोड़ दिया।
जनता का फूटा गुस्सा:
जब यश का शव घर लाया गया, तो परिजनों और स्थानीय लोगों ने सड़क पर शव वाली एंबुलेंस खड़ी कर रास्ता रोको आंदोलन शुरू कर दिया।
लोगों ने PWD अधिकारियों और ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की।
प्रदर्शन के कारण करीब दो घंटे तक ट्रैफिक पूरी तरह ठप रहा, जिससे कामकाजी और छात्र वर्ग प्रभावित हुआ।
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
मौके पर पहुंचे पुलिस उपअधीक्षक राहुल झालटे और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने लोगों को समझाया।
यश के पिता राजेश मोरे के बयान पर पुलिस ने सार्वजनिक बांधकाम विभाग (PWD) के अधिकारी और ठेकेदार के खिलाफ केस दर्ज किया।
इसके बाद लोगों ने शव को अंत्यसंस्कार के लिए घर ले जाकर रास्ता खाली किया।
रक्षाबंधन से पहले मातम:
इस दर्दनाक हादसे ने रक्षाबंधन से ठीक पहले एक बहन से उसका भाई छीन लिया। बहन का विलाप और पूरे गांव का आक्रोश इस बात का प्रतीक है कि सड़कों की दुर्दशा केवल विकास की धीमी रफ्तार नहीं, बल्कि जानलेवा लापरवाही बन चुकी है।
