28 अक्टूबर 2024 (पंजाब): मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उपचुनावों के मद्देनजर आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवारों के समर्थन में चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। चब्बेवाल और डेरा बाबा नानक विधानसभा सीटों पर आयोजित सभाओं में उन्होंने महिलाओं के लिए बड़ा ऐलान किया। मान ने कहा कि उनकी अगली योजना हर महिला को हर महीने 1100 रुपए देने की है, और इसका ऐतिहासिक फैसला जल्द ही लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में बताया कि हाल ही में राज्य विधानसभा में एक नया कानून पारित किया गया है, जिसके तहत अब लड़कियां भी फायर ब्रिगेड में भर्ती हो सकेंगी। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मान ने कहा कि जहां कांग्रेस सत्ता की लड़ाई में उलझी रहती है, वहीं उनकी सरकार राज्य के बच्चों के भविष्य के लिए संघर्ष कर रही है। उन्होंने पंजाब के नागरिकों को मुफ्त बिजली देने, बेहतर स्कूल और अस्पतालों का निर्माण करने का उल्लेख किया।
मान ने सरकार की उपलब्धियों पर बात करते हुए बताया कि उन्होंने गोइंदवाल साहिब थर्मल प्लांट का अधिग्रहण किया है और सड़क हादसों को कम करने के लिए एक ‘सड़क सुरक्षा बल’ बनाया है, जिसके चलते पिछले छह महीनों में सड़क दुर्घटनाओं में 45% की कमी आई है। इसके अलावा, उनकी सरकार ने ढाई साल के भीतर 45,000 युवाओं को सरकारी नौकरियां प्रदान की हैं।
रजिस्ट्रियों में एनओसी की अनिवार्यता समाप्त करने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि विधानसभा में कानून पास कर लोगों की समस्याओं को हल किया गया है, जबकि पिछली कांग्रेस और अकाली सरकारों ने बिल्डरों के साथ मिलकर अवैध कॉलोनियां बनाई थीं।
दिल्ली और पंजाब में सरकार की सफलताओं का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी और पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल की नीयत साफ है। इसी वजह से आम आदमी क्लीनिक और ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ जैसे प्रोजेक्ट शुरू किए जा सके हैं।
मान ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार का राजनीति में आने का उद्देश्य पैसा कमाना नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार को ढाबों, रेत या बसों से कोई हिस्सा नहीं चाहिए, बल्कि वे पंजाब के साढ़े तीन करोड़ लोगों के सुख-दुख में साझेदार बनना चाहते हैं। अकाली दल पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 25 साल तक सत्ता में रहने के बावजूद अकाली दल को आज चार उम्मीदवार भी नहीं मिल पाए।
मान ने सुखबीर बादल पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने न केवल अकाली दल, बल्कि पूरे पंजाब का हाल खराब कर दिया है। अगर अकाली दल बिना सुखबीर के चुनाव लड़ता, तो शायद बेहतर प्रदर्शन कर पाता।
मुख्यमंत्री ने अंत में चब्बेवाल से ईशांक चब्बेवाल और डेरा बाबा नानक से गुरमीत सिंह रंधावा को जिताने की अपील की, ताकि विकास कार्यों में तेजी लाई जा सके।