जालंधर 18 दिसंबर 2024 : पहाड़ों में हो रही बर्फबारी के चलते पंजाब में ठंड का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है और महानगर का न्यूनतम तापमान 3 डिग्री तक लुढ़क चुका है। कई जगहों पर रात का तापमान 0 डिग्री तक पहुंच गया है। अगले 6 दिनों तक ठंड से राहत नहीं मिलेगी। मौसम विभाग द्वारा कोल्ड डे, ग्राऊंड फ्रॉस्ट (जमीन पर पाला पड़ने से पानी को जमा देना) व धुंध संबंधी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। विभाग द्वारा ऑरेंज अलर्ट के साथ सावधानी अपनाने की एडवाइजरी जारी की गई है।
महानगर जालंधर में 3 डिग्री के मुकाबले अमृतसर, पठानकोट सहित फरीदकोट में न्यूनतम तापमान 2 डिग्री के करीब दर्ज किया गया जोकि पंजाब में ठंड की स्थिति को स्पष्ट करता है। धुंध व शीत लहर की चेतावनी बीच पंजाब के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज हो रही, जिसके चलते हालात खराब हो रहे हैं और आने वाले कुछ दिनों में ठंड का जोर देखने को मिलेगा। आलम यह है कि भारी ठंड से जन-जीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हो रहा है और सुबह के समय हाइवे पर पड़ने वाली धुंध से यातायात प्रभावित होने लगा है।
पंजाब में न्यूनतम तापमान सामान्य से 5-6 डिग्री कम होकर 2-3 डिग्री सैल्सियस तक लुढ़क गया है। वहीं, अधिकतम तापमान 20 डिग्री के करीब दर्ज किया जा रहा है क्योंकि सूर्य निकलने के कारण दोपहर के समय राहत मिल रही है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि दोपहर की यह राहत आने वाले दिनों में खत्म होती नजर आएगी और सूर्य की आंखमिचौली का क्रम देखने को मिलेगा। अगले सप्ताह में धुंध का कहर तेजी से पैर पसारता हुआ नजर आएगा।
वहीं मौसम विभाग के चंडीगढ़ केन्द्र के ताजा आंकड़ों के मुताबिक जालंधर का अधिकतम तापमान आज 19.8 डिग्री रिकार्ड किया गया जोकि गत रोज के तापमान में 1 डिग्री कम बताया गया है। जिस कदर दिन के समय तापमान में गिरावट दर्ज हो रही है उससे आने वाले दिनों में स्थिति खराब होती देखने को मिलेगी। ठंड से बचाव करना बेहद जरूरी हो जाता है अन्यथा स्वास्थ्य बिगड़ने की संभावना बेहद बढ़ जाती है। आई.एम.डी. की ताजा अपडेट के मुताबिक हरियाणा और पंजाब में मौसम शुष्क चल रहा है। पंजाब में अधिकांश स्थानों पर घने से बहुत घने कोहरे की सूचना है।
जमीन का तापमान ० डिग्री तक पहुंचा
पेड़ों के अलावा जमीन की सतहों का तापमान ० डिग्री तक पहुंच जाने के कारण ग्राऊंड फ्रॉस्ट का प्रकोप देखने को मिलता है। ग्राऊंड फ्रॉस्ट उस स्थिति में होता है जब जमीन पर मिट्टी की ऊपरी परत का तापमान पानी और बर्फ बनाने की प्रक्रिया के मध्य में रहता है। मौसम विभाग के अनुसार पहाड़ों पर बर्फबारी व हवाओं के तेजी से मौसमी गतिविधियों में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। इसी के चलते आने वाले दिनों में ठंड का जोर रहेगा।