24 अक्टूबर 2024 (अंबाला ): धान की पराली जलाने का मुद्दा इन दिनों हरियाणा में काफी संवेदनशील बन गया है। सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद सरकार ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ चालान के बाद अब एफआईआर भी दर्ज की जा रही है। अंबाला में 45 किसानों से पराली जलाने पर 1 लाख 5 हजार रुपए का जुर्माना वसूला गया है, और तीन किसानों पर, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं, FIR दर्ज की गई है। किसान कहते हैं कि उन्हें मजबूरी में पराली जलानी पड़ती है।
सरकार की इस कार्रवाई के खिलाफ किसानों में रोष बढ़ रहा है। उनका कहना है कि वे अन्न उगा कर देश का पेट भरते हैं, लेकिन उनके खिलाफ ऐसी निंदा करने वाली कार्रवाई की जा रही है। किसान यह भी कहते हैं कि वे पराली को आग लगाते हैं किसी शौक से नहीं, बल्कि मजबूरी में। गरीब किसान महंगी मशीनें नहीं खरीद सकते। उन्हें सरकार द्वारा दी जा रही 1 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि की कोई जरूरत नहीं है; वे चाहते हैं कि सरकार उनकी पराली खुद उठवा दे ताकि वे समय पर अगली फसल की बुआई कर सकें।
अंबाला के जिला कृषि अधिकारी जसविंदर सैनी ने बताया कि डायरेक्टरेट से 73 लोकेशन आई थीं, जिनमें से 45 मामलों में आग लगाई गई। सभी किसानों के चालान काटकर जुर्माना वसूला गया है, और 3 किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जिनमें गांव डेरा सलिमपुर की दो महिला किसान भी शामिल हैं। जिले में 80 प्रतिशत फसल कट चुकी है, और इस बार पराली जलाने के मामले बहुत कम सामने आए हैं। पराली जलाने वाले 35 किसानों का विवरण “मेरी फसल मेरा ब्यौरा” पोर्टल पर रेड एंट्री करवा दिया गया है।