27 जून पंजाब: पुलिस ने गत मंगलवार को फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश कर 37 लोगों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में यह बात सामने आई कि इस फर्जी कॉल सेंटर में काम करने वाले कर्मचारियों को उनके काम के हिसाब से 12 से 30 हजार रुपये वेतन पर रखा हुआ था, जबकि खुद किंगपिन करोड़ों रुपये कमा रहे थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार मोहाली ही नहीं गुजरात में बैठे किंगपिन ने कई जगह अपने ऐसे फर्जी कॉल सेंटर खोल हुए हैं। मोहाली पुलिस ने अब गुजरात पुलिस से संपर्क किया है और किंगपिन को पकड़ने के लिए एक टीम मोहाली से रवाना भी की गई है। यह एक बड़ा नेक्सस है जो विदेश बैठे लोगों को ठग रहा है।
पूछताछ में यह भी बात सामने आई है कि आरोपियों के हर ऑफिस में 25 से 30 लोगों का स्टॉफ होता है। वहीं, इस फर्जी कॉल सेंटर में काम करने वाले पकड़े गए युवक युवतियों ने पूछताछ में बताया कि वह केवल यहां ट्रेनिंग ले रहे थे। पुलिस का कहना है कि उक्त सभी लोगों को अच्छे से मालूम था कि यह कॉल सेंटर फर्जी है। इस कॉल सेंटर में हर कर्मचारी की प्रोफाइल सेट की हुई थी। यहां काम करने वाले किसी कर्मचारी को (कॉल करने व उसे अटेंड करने) की ड्यूटी दी गई थी। कोई बैंकर्स बनकर बात करता थात तो किसी को बैंक ब्रांच का अधिकारी बनाया गया था और कोई ई-मेल का रिप्लाई करने की ड्यृटी दे रहा था।
आरोपी फर्जी कॉल सेंटर खोलकर यूएसए के लोगों को पे-पॉल अकाउंट में अवैध ट्राजेक्शन करने का डर देखाकर करोड़ों रुपये की ठगी मार रहे थे। यह फर्जी कॉल सेंटर प्लॉट नंबर ई-177 कैलाश टावर की पहली मंजिल पर वेबटैप प्राइवेट लिमिटेड के नाम से चल रहा था। पुलिस ने इस फर्जी कॉल सेंटर के 37 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 25 लड़के व 12 लड़कियां शामिल हैं। पुलिस को इस फर्जी कॉलसेंटर की इनपुट मिली थी। रेड के बाद सभी को गिरफ्तार किया गया है।
आरोपियों के खिलाफ फेज-1 थाने में आईपीसी की धारा 406, 420, 120 व आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में फर्जी कॉल सेंटर के मुख्य सरगना व मैनेजर कैविन प्लेट व प्रतीक सहित कुल 37 लोगों को उक्त धाराओं में नामजद किया है। पुलिस ने मौके से 45 लैपटाप, 45 हैडफोन माइक, 59 मोबाइल फोन (दफ्तरी 23 व पर्सनल 36) व एक दिल्ली नंबर मर्सडीज कार बरामद की थी।